Movie/Album: धरती कहे पुकार के (1969)
Music By: लक्ष्मीकांत प्यारेलाल
Lyrics By: मजरूह सुल्तानपुरी
Performed By: मुकेश, लता मंगेशकर
जे हम तुम चोरी से
बंधे एक डोरी से
जइयो कहाँ ए हुज़ूर
अरे ई बंधन है प्यार का
जे हम-तुम चोरी...
कजरा वाली फिर तू, ऐईसे काहे निहारे
ई चितवन के गोरी, माने तो समझा जा रे
मतलबवा एक है, एक है नैनन पुकार का
जे हम-तुम चोरी...
देखो बादर आए, पवन के पुकारे
उल्फ़त मेरी जीती, अनाड़ी पिया हारे
आएगा रे मजा, रे मजा अब जीत-हार का
जे हम-तुम चोरी...
घूँघट में से मुखड़ा, दीखे अभी अधूरा
आ बैंया में आजा, मिलन तो हो पूरा
ई मिलना तो नहीं, तो नहीं कुछ एक बार का
जे हम-तुम चोरी...
Music By: लक्ष्मीकांत प्यारेलाल
Lyrics By: मजरूह सुल्तानपुरी
Performed By: मुकेश, लता मंगेशकर
जे हम तुम चोरी से
बंधे एक डोरी से
जइयो कहाँ ए हुज़ूर
अरे ई बंधन है प्यार का
जे हम-तुम चोरी...
कजरा वाली फिर तू, ऐईसे काहे निहारे
ई चितवन के गोरी, माने तो समझा जा रे
मतलबवा एक है, एक है नैनन पुकार का
जे हम-तुम चोरी...
देखो बादर आए, पवन के पुकारे
उल्फ़त मेरी जीती, अनाड़ी पिया हारे
आएगा रे मजा, रे मजा अब जीत-हार का
जे हम-तुम चोरी...
घूँघट में से मुखड़ा, दीखे अभी अधूरा
आ बैंया में आजा, मिलन तो हो पूरा
ई मिलना तो नहीं, तो नहीं कुछ एक बार का
जे हम-तुम चोरी...
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