Movie/Album: झुमरू (1961)
Music By: किशोर कुमार
Lyrics By: मजरूह सुल्तानपुरी
Performed By: किशोर कुमार
कोई हमदम न रहा, कोई सहारा न रहा
हम किसी के न रहे, कोई हमारा न रहा
शाम तन्हाई की है, आएगी मंज़िल कैसे
जो मुझे राह दिखाए, वही तारा न रहा
कोई हमदम न रहा...
ऐ नज़ारों न हँसो, मिल न सकूँगा तुमसे
वो मेरे हो न सके, मैं भी तुम्हारा न रहा
कोई हमदम न रहा...
क्या बताऊँ मैं कहाँ, यूँ ही चला जाता हूँ
जो मुझे फिर से बुला ले, वो इशारा न रहा
कोई हमदम न रहा...
Music By: किशोर कुमार
Lyrics By: मजरूह सुल्तानपुरी
Performed By: किशोर कुमार
कोई हमदम न रहा, कोई सहारा न रहा
हम किसी के न रहे, कोई हमारा न रहा
शाम तन्हाई की है, आएगी मंज़िल कैसे
जो मुझे राह दिखाए, वही तारा न रहा
कोई हमदम न रहा...
ऐ नज़ारों न हँसो, मिल न सकूँगा तुमसे
वो मेरे हो न सके, मैं भी तुम्हारा न रहा
कोई हमदम न रहा...
क्या बताऊँ मैं कहाँ, यूँ ही चला जाता हूँ
जो मुझे फिर से बुला ले, वो इशारा न रहा
कोई हमदम न रहा...
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