Movie/Album: काजल (1965)
Music By: रवि
Lyrics By: साहिर लुधियानवी
Performed By: आशा भोंसले
मेरे भैया, मेरे चंदा, मेरे अनमोल रतन
तेरे बदले मैं जमाने की कोई चीज़ ना लूं
तेरी साँसोँ की कसम खाके, हवा चलती है
तेरे चेहरे की झलक पा के बहार आती है
एक पल भी मेरी नज़रों से जो तू ओझल हो
हर तरफ मेरी नज़र तुझको पुकार आती है
मेरे भैया मेरे चंदा...
तेरे सेहरे की महकती हुई लड़ियों के लिए
अनगिनत फूल ऊम्मीदोँ के चुने हैं मैंने
वो भी दिन आये कि उन ख्वाबोँ के ताबीर मिले
तेरी खातिर जो हंसीं ख्वाब बुने हैं मैंने
मेरे भैया मेरे चंदा...
Music By: रवि
Lyrics By: साहिर लुधियानवी
Performed By: आशा भोंसले
मेरे भैया, मेरे चंदा, मेरे अनमोल रतन
तेरे बदले मैं जमाने की कोई चीज़ ना लूं
तेरी साँसोँ की कसम खाके, हवा चलती है
तेरे चेहरे की झलक पा के बहार आती है
एक पल भी मेरी नज़रों से जो तू ओझल हो
हर तरफ मेरी नज़र तुझको पुकार आती है
मेरे भैया मेरे चंदा...
तेरे सेहरे की महकती हुई लड़ियों के लिए
अनगिनत फूल ऊम्मीदोँ के चुने हैं मैंने
वो भी दिन आये कि उन ख्वाबोँ के ताबीर मिले
तेरी खातिर जो हंसीं ख्वाब बुने हैं मैंने
मेरे भैया मेरे चंदा...
0 comments:
Post a Comment