Movie/Album: मेरे हमदम मेरे दोस्त (1968)
Music By: लक्ष्मीकांत प्यारेलाल
Lyrics By: मजरूह सुल्तानपुरी
Performed By: लता मंगेशकर
चलो सजना, जहाँ तक घटा चले
लगाकर मुझे गले
चलो सजना...
सुंदर सपनों की है, मंज़िल कदम के नीचे
फ़ुर्सत किसको इतनी, देखे जो मुड़ के पीछे
तुम चलो, हम चलें
हम चलें, तुम चलो
सावन की हवा चले
चलो सजना जहाँ...
धड़कन तुमरे दिलकी, उलझी हमारी लट में
तुम्हरे तन की छाया, काजल बनी पलक में
एक हैं दो बदन
दो बदन एक हैं
आँचल के तले-तले
चलो सजना जहाँ...
पत्थरीली राहों में, तुम संग मैं झूम लूँगी
खाओगे जब ठोकर, होंठों से चूम लूँगी
प्यार का आज से
आज से प्यार का
हमसे सिलसिला चले
चलो सजना जहाँ...
Music By: लक्ष्मीकांत प्यारेलाल
Lyrics By: मजरूह सुल्तानपुरी
Performed By: लता मंगेशकर
चलो सजना, जहाँ तक घटा चले
लगाकर मुझे गले
चलो सजना...
सुंदर सपनों की है, मंज़िल कदम के नीचे
फ़ुर्सत किसको इतनी, देखे जो मुड़ के पीछे
तुम चलो, हम चलें
हम चलें, तुम चलो
सावन की हवा चले
चलो सजना जहाँ...
धड़कन तुमरे दिलकी, उलझी हमारी लट में
तुम्हरे तन की छाया, काजल बनी पलक में
एक हैं दो बदन
दो बदन एक हैं
आँचल के तले-तले
चलो सजना जहाँ...
पत्थरीली राहों में, तुम संग मैं झूम लूँगी
खाओगे जब ठोकर, होंठों से चूम लूँगी
प्यार का आज से
आज से प्यार का
हमसे सिलसिला चले
चलो सजना जहाँ...
0 comments:
Post a Comment