Movie/Album: सिफर (1998)
Music By: लकी अली
Lyrics By: स्येद असलम नूर
Performed By: लकी अली
तेरी यादें आती हैं, तेरी यादें आती हैं
तेरी यादें आती हैं, कुछ बातें आती हैं
दिल में तलब है, लब पे तराना
किसी की तलाश में ये गुज़रे ज़माना
कल है कहाँ दो पल का बहाना
नहीं था यकीं हम हुए तो रवाना
तेरी यादें
दुनिया के रास्तों में
एक है ज़रिया, एक है ज़रिया
कहता दीवाना ये सुन तो ले
दरिया से जा मिली है
कितनी ही नदियाँ, कितनी ही नदियाँ
कहता दीवाना ये सुन तो ले
ऐसा समां भी न देखा है
मौसम ये बहका और महका है
तेरी यादें...
क़हीं रंग में ढला है कोई पैमाना
कहीं आसमां झुका है, ज़मीं है सराना
इन्हीं राह से गुज़रते हम रोजाना
किसका पता लिए हम चले किस ठिकाना
दिल है नादान अपना
कहती है दुनिया, कहती है दुनिया
कैसा दीवाना ये सुन तो ले
हम से हैरान दुनिया
कैसी नगरियाँ कैसी नगरियाँ
कहता दिवाना ये, सुन तो ले
धीरे-धीरे अब ये सहना है
आँखें बिछाये अब रहना है
तेरी यादें...
Music By: लकी अली
Lyrics By: स्येद असलम नूर
Performed By: लकी अली
तेरी यादें आती हैं, तेरी यादें आती हैं
तेरी यादें आती हैं, कुछ बातें आती हैं
दिल में तलब है, लब पे तराना
किसी की तलाश में ये गुज़रे ज़माना
कल है कहाँ दो पल का बहाना
नहीं था यकीं हम हुए तो रवाना
तेरी यादें
दुनिया के रास्तों में
एक है ज़रिया, एक है ज़रिया
कहता दीवाना ये सुन तो ले
दरिया से जा मिली है
कितनी ही नदियाँ, कितनी ही नदियाँ
कहता दीवाना ये सुन तो ले
ऐसा समां भी न देखा है
मौसम ये बहका और महका है
तेरी यादें...
क़हीं रंग में ढला है कोई पैमाना
कहीं आसमां झुका है, ज़मीं है सराना
इन्हीं राह से गुज़रते हम रोजाना
किसका पता लिए हम चले किस ठिकाना
दिल है नादान अपना
कहती है दुनिया, कहती है दुनिया
कैसा दीवाना ये सुन तो ले
हम से हैरान दुनिया
कैसी नगरियाँ कैसी नगरियाँ
कहता दिवाना ये, सुन तो ले
धीरे-धीरे अब ये सहना है
आँखें बिछाये अब रहना है
तेरी यादें...
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