Movie/Album: दिल है की मानता नहीं (1991)
Music By: नदीम श्रवण
Lyrics By: समीर
Performed By: कुमार सानु, अनुराधा पौडवाल
तू प्यार है किसी और का तुझे चाहता कोई और है
तू पसन्द है किसी और की तुझे मांगता कोई और है
कौन अपना है, क्या बेगाना है
क्या हक़ीक़त है, क्या फ़साना है
ये ज़माने में किसने जाना है
तू नज़र में है किसी और की, तुझे देखता कोई और है
तू पसन्द है किसी...
प्यार में अक्सर ऐसा होता है
कोई हँसता है, कोई रोता है
कोई पाता है, कोई खोता है
तू जान है किसी और की तुझे जानता कोई और है
तू पसन्द है किसी...
सोचती हूँ मैं, चुप रहूँ कैसे
दर्द दिल का ये मैं सहूँ कैसे
कशमकश में हूँ, ये कहूँ कैसे
मेरा हमसफ़र बस एक तू नहीं दूसरा कोई और है
तू पसन्द है किसी...
Music By: नदीम श्रवण
Lyrics By: समीर
Performed By: कुमार सानु, अनुराधा पौडवाल
तू प्यार है किसी और का तुझे चाहता कोई और है
तू पसन्द है किसी और की तुझे मांगता कोई और है
कौन अपना है, क्या बेगाना है
क्या हक़ीक़त है, क्या फ़साना है
ये ज़माने में किसने जाना है
तू नज़र में है किसी और की, तुझे देखता कोई और है
तू पसन्द है किसी...
प्यार में अक्सर ऐसा होता है
कोई हँसता है, कोई रोता है
कोई पाता है, कोई खोता है
तू जान है किसी और की तुझे जानता कोई और है
तू पसन्द है किसी...
सोचती हूँ मैं, चुप रहूँ कैसे
दर्द दिल का ये मैं सहूँ कैसे
कशमकश में हूँ, ये कहूँ कैसे
मेरा हमसफ़र बस एक तू नहीं दूसरा कोई और है
तू पसन्द है किसी...
0 comments:
Post a Comment